प्रसिद्ध खोज और यात्राएँ Famous discoveries and travels


प्रसिद्ध खोज और यात्राएँ Famous discoveries and travels

शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। Famous discoveries and travels

1. वास्को डी गामा ने भारत की यात्रा कब और कैसे की?

वास्को डी गामा और उसकी यात्रा-
– वास्को डी गामा (1460-1524) एक पुर्तगाली नाविक और अन्वेषक थे, जिन्होंने भारत तक समुद्री मार्ग की खोज की।

यात्रा का इतिहास

1. यात्रा की तिथि-
– वास्को डी गामा ने 1497 में अपनी ऐतिहासिक यात्रा शुरू की। यह यात्रा पोर्तुगीज सम्राट मानुअल I के आदेश पर की गई थी।

2. मार्ग का चयन-
– वास्को डी गामा की यात्रा ने समुद्री मार्ग से भारत तक पहुँचने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया। पहले यूरोपीय व्यापारी भूमि मार्ग से भारत पहुँचते थे, लेकिन वास्को डी गामा ने अफ्रीका के दक्षिणी छोर (केप ऑफ गुड होप) से होते हुए पोर्ट से भारत के कालीकट (वर्तमान केरल) तक समुद्र मार्ग खोजा।

3. भारत में आगमन-
– वास्को डी गामा 20 मई 1498 को भारत के कालीकट (कूझी) बंदरगाह पहुंचे, जहाँ उनका स्वागत जमोरिन (स्थानीय शासक) ने किया।

महत्व-
– वास्को डी गामा की यात्रा ने यूरोपीय देशों के लिए भारत तक समुद्री रास्ते खोल दिए और पुर्तगाल को भारतीय महासागर में प्रमुख व्यापारिक शक्ति बना दिया।

2. कोलंबस ने अमेरिका की खोज कैसे की?

कोलंबस और उसकी यात्रा-
– क्रिस्टोफर कोलंबस (1451-1506) एक इतालवी नाविक था, जो स्पेन के सम्राट फर्डिनेंड और इज़ाबेला के तहत नए रास्ते की तलाश में था। वह भारत तक नया समुद्री मार्ग ढूँढने की कोशिश कर रहा था।

यात्रा का इतिहास

1. यात्रा की तिथि-
– कोलंबस ने 3 अगस्त 1492 को अपनी ऐतिहासिक यात्रा शुरू की।

2. मार्ग और उद्देश्य-
– कोलंबस का उद्देश्य भारत तक पहुँचने के लिए पश्चिमी समुद्री मार्ग की खोज करना था।

3. अमेरिका का आगमन-
– कोलंबस 12 अक्टूबर 1492 को क्यूबा के तट पर पहुँचे, और उन्होंने इसे भारत समझा, हालांकि यह अमेरिका था।

4. महत्व-
– कोलंबस की यात्रा ने यूरोप से अमेरिका तक के समुद्री रास्तों का उद्घाटन किया, और अमेरिका के महाद्वीपों के बारे में यूरोपीय ज्ञान को विस्तार दिया।

3. मार्को पोलो की यात्रा का इतिहास क्या है?

मार्को पोलो-
– मार्को पोलो (1254-1324) एक इतालवी व्यापारी, अन्वेषक और लेखक थे, जिन्होंने एशिया के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया और उनकी यात्रा से यूरोपीय दुनिया को एक नई जानकारी मिली।
– उनकी यात्रा के बारे में उन्होंने अपनी पुस्तक “द ट्रैवल्स ऑफ मार्को पोलो” में लिखा, जिसने बाद में पश्चिमी दुनिया के लिए एशिया के बारे में बहुत कुछ खुलासा किया।

यात्रा का इतिहास

1. यात्रा की तिथि-
– मार्को पोलो की यात्रा 1271 में शुरू हुई। वह अपने परिवार के साथ पेकिंग (वर्तमान बीजिंग) पहुंचे और वहां के मंगोल सम्राट कुबलाई खान के दरबार में सेवा की।

2. मार्को पोलो का मार्ग-
– उन्होंने पार्सिया, तुर्की, कश्मीर, मंगोलिया और चीन जैसे देशों का दौरा किया। उन्होंने वहां के व्यापारिक और सांस्कृतिक जीवन के बारे में लिखा।

3. महत्व-
– मार्को पोलो ने यूरोपीय दुनिया को एशियाई व्यापार, संस्कृति, और खजानों के बारे में जानकारी दी, जो बाद में व्यापारिक मार्गों और कूटनीति में मददगार साबित हुआ।

4. मंगोल साम्राज्य का विस्तार कैसे हुआ?

मंगोल साम्राज्य-
– चंगेज खान (1162-1227) द्वारा स्थापित मंगोल साम्राज्य, दुनिया का सबसे बड़ा साम्राज्य था, जो एशिया से यूरोप तक फैला हुआ था।
– चंगेज खान और उनके उत्तराधिकारीयों ने मंगोल साम्राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

विस्तार का तरीका

1. चंगेज खान का नेतृत्व-
– चंगेज खान ने 1206 में मंगोल जनजातियों को एकजुट किया और फिर कश्मीर, सेंटरल एशिया, मंगोलिया, और चीन की ओर अपना सैन्य अभियान शुरू किया।

2. सैन्य रणनीति और युद्ध कला-
– मंगोलों की सफलता का कारण उनकी सैन्य रणनीति, गति और घुड़सवार सेना थी। उन्होंने युद्ध में धोखाधड़ी, मनोवैज्ञानिक युद्ध और आक्रामक हमले का प्रयोग किया।

3. कुबलाई खान का योगदान-
– चंगेज खान के बाद, उनके पोते कुबलाई खान ने चीन पर कब्जा किया और युआन वंश की स्थापना की, जिससे मंगोल साम्राज्य का प्रभाव और अधिक बढ़ा।

5. मगलन (Magellan) ने पहली बार दुनिया का चक्कर कैसे लगाया?

फर्डिनेंड मगलन-
– फर्डिनेंड मगलन (1480-1521) एक पुर्तगाली नाविक और अन्वेषक था, जिसने पहली बार पृथ्वी का चक्कर लगाने का प्रयास किया और दुनिया का पहला पूर्ण वैश्विक यात्रा किया।

यात्रा का इतिहास

1. यात्रा की तिथि-
– मगलन ने अपनी 1519 की यात्रा को शुरू किया, जिसमें उसने स्पेन से यात्रा शुरू की।

2. समुद्री मार्ग-
– मगलन ने अटलांटिक महासागर से होते हुए दक्षिणी अमेरिका के मगलन जलडमरूमध्य (Magellan Strait) से होकर प्रशांत महासागर में प्रवेश किया।

3. अंतरमहाद्वीपीय यात्रा-
– मगलन का उद्देश्य स्पाइस द्वीपों (मोलुक्कास) तक पहुँचने का था, जो भारत से दक्षिण-पूर्व एशिया तक के महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग पर स्थित थे।

4. महत्व-
– मगलन की यात्रा ने पहली बार सिद्ध किया कि पृथ्वी गोल है और उसने वर्ल्ड सर्कमनेविगेशन की शुरुआत की। हालांकि मगलन स्वयं यात्रा के अंत तक जीवित नहीं रहे, उनके पोते जुआन सेबास्टियन एल्कानो ने यात्रा पूरी की।

5. वैश्विक प्रभाव-
– मगलन की यात्रा ने वैश्विक समुद्री व्यापार और भौगोलिक ज्ञान के लिए नया मार्ग खोला, जो यूरोपीय शक्तियों को नई दुनिया तक पहुँचने में मददगार साबित हुआ।

ये खोज और यात्राएँ दुनिया के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर समृद्धि, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, और व्यापारिक मार्गों के विकास में योगदान दिया।


studyofhindi.com

Leave a Comment