The Story of Bhimrao Ambedkar

भीमराव अंबेडकर का जीवन Life of Bhimrao Ambedkar

द स्टोरी ऑफ़ भीमराव अंबेडकर The Story of Bhimrao Ambedkar शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। Life of Bhimrao Ambedkar डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। वे केवल एक महान नेता ही नहीं, बल्कि एक महान विचारक, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता थे। उनका जीवन … Read more

इतिहास का पूरा भाग full Part Of History

UPSC Top 23 qustions Of History

इतिहास का पूरा भाग Full Part Of History शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। Full Part Of History 1.वैदिक धर्म को पुनर्जीवित और लोकप्रिय बनाने में पुराण नवप्रवर्तनकारी साहित्यिक शैली थे। सोदाहरण विस्तार कीजिए। उत्तर- वैदिक धर्म को पुनर्जीवित और लोकप्रिय बनाने में पुराणों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। पुराण, जो कि धार्मिक, दार्शनिक और … Read more

आदिवासियों का इतिहास history of tribals

आदिवासियों का इतिहास history of tribals

आदिवासियों का इतिहास history of tribals शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। history of tribals मध्यप्रदेश के आदिवासियों का इतिहास विस्तार से बताइए। मध्यप्रदेश के आदिवासियों का इतिहास एक समृद्ध और विविधतापूर्ण परंपरा को दर्शाता है। इस क्षेत्र में विभिन्न आदिवासी समुदायों का निवास है, जो अपनी अनूठी संस्कृति, परंपराएँ और जीवनशैली के लिए जाने … Read more

बेगम हज़रत का इतिहास History of Begum Hazrat

बेगम हज़रत का इतिहास History of Begum Hazrat

बेगम हज़रत महल से जुड़े प्रश्न- शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। History of Begum Hazrat बेगम हज़रत का जीवन परिचय- बेगम हज़रत महल का जन्म 1820 में फ़ैज़ाबाद, अवध (आधुनिक उत्तर प्रदेश) में हुआ। उनका असली नाम ज़ैनब था। वे नवाब वाजिद अली शाह की पहली पत्नी थीं, और उनका विवाह 1835 में हुआ। … Read more

21.चोल,बंगाल,मुग़ल का इतिहास History of Chola, Bengal, Mughal

चोल,बंगाल,मुग़ल का इतिहास History of Chola, Bengal, Mughal

चोल,बंगाल,मुग़ल का इतिहास History of Chola, Bengal, Mughal शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। History of Chola, Bengal, Mughal चोल साम्राज्य की विशेषताओं और उसके सांस्कृतिक योगदान का वर्णन करें। चोल साम्राज्य की विशेषताएँ और सांस्कृतिक योगदान- चोल साम्राज्य दक्षिण भारत का एक प्रमुख साम्राज्य था, जिसकी स्थापना 9वीं शताब्दी में हुई और यह 13वीं … Read more

20.तात्या टोपे पे संक्षिप्त टिप्पणी Brief note on Tatya Tope

तात्या टोपे पे संक्षिप्त टिप्पणी Brief note on Tatya Tope

तात्या टोपे पे संक्षिप्त टिप्पणी लिखों। शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। Brief note on Tatya Tope तात्या टोपे- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक तात्या टोपे का असली नाम रामचंद्र पांडुरंग था, और उनका जन्म 1818 में मध्य प्रदेश के नर्मदा जिले के एक छोटे से गांव में हुआ। वे एक महान सैन्य नेता … Read more

छत्रपति शिवाजी पर टिप्पणी comment on Chhatrapati Shivaji

छत्रपति शिवाजी पर टिप्पणी comment on Chhatrapati Shivaji

छत्रपति शिवाजी पर टिप्पणी लिखिए। शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। comment on Chhatrapati Shivaji छत्रपति शिवाजी- भारतीय इतिहास के महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम भारतीय इतिहास में एक प्रतिष्ठित और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 19 फरवरी 1630 को पुणे के शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। वे … Read more

20.रानी लक्ष्मीबाई पर टिप्पणी Comment on Rani Laxmibai

रानी लक्ष्मीबाई पर टिप्पणी Comment on Rani Laxmibai

रानी लक्ष्मीबाई पर टिप्पणी लिखिए। Comment on Rani Laxmibai शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। Comment on Rani Laxmibai रानी लक्ष्मीबाई– भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रतीक रानी लक्ष्मीबाई, जिन्हें झाँसी की रानी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की एक अद्वितीय और प्रेरणादायक शख्सियत हैं। उनका जन्म 19 नवंबर 1828 को … Read more

19.स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य प्रश्न Main questions of freedom struggle

स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य प्रश्न Main questions of freedom struggle

यहाँ इतिहास के कुछ प्रमुख प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं, जो अक्सर पूछे जाते हैं- शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। Main questions of freedom struggle 1. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य कारण क्या थे? उत्तर- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य कारणों में ब्रिटिश शासन का आर्थिक शोषण, सामाजिक और धार्मिक असमानता, ब्रिटिश … Read more

18.ब्रिटिश सरकार का शासन British rule

British rule

ब्रिटिश सरकार का शासन British rule शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। British rule ब्रिटिश सरकार के भारत पर प्रभाव को कई दृष्टिकोणों से देखा जा सकता है- 1.आर्थिक प्रभाव- ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय उद्योगों को नष्ट किया और संसाधनों का दोहन किया। भारतीय कृषि पर भारी कर और अनुदान ने किसानों को संकट में … Read more